चित्तोडगढ। उदयपुर एसीबी की टीम ने कोतवाली थाने में पोस्टेड प्रोबेशनर सब इंस्पेक्टर को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। उसके साथ उसका दोस्त प्रोबेशनर पटवारी भी पकड़ा गया। दोनों एक आरोपी की पत्नी से जमानत की फाइल रेडी करवाने और केस फाइल में हेल्प करने को लेकर रिश्वत मांग रहे थे। पीड़िता का पति दो दिन पहले ही रेप केस के मामले में पकड़ा गया था। जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया। दोनों के ही ठिकानों की भी तलाशी ली जा रही है।
ट्रैप अधिकारी पुलिस इंस्पेक्टर रतन सिंह राजपुरोहित ने बताया कि अकीला बेगम पत्नी नासिर खान ने टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1064 पर फोन कर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो स्पेशल यूनिट उदयपुर में शिकायत की थी। जिसके बाद एसीबी उदयपुर उपमहानिरीक्षक राजेंद्र प्रसाद गोयल के निर्देश पर कार्रवाई की गई।
वांछित अपराधियों की धरपकड़ अभियान में पकड़ा था
महिला ने टीम को बताया कि कोतवाली थाने में उसके पति नासिर खान के खिलाफ फरवरी महीने में ही एक रेप का मामला दर्ज हुआ है। जिसकी जांच प्रशिक्षु सब इंस्पेक्टर प्रतापगढ़ निवासी राम सिंह गुर्जर पुत्र बाबूलाल गुर्जर कर रहे थे। 2 दिन पहले ही वांछित अपराधियों की धरपकड़ अभियान में नासिर खान अपने ही घर से पकड़ा गया थाए जिसे जेल भेज दिया गया।
10 हजार रुपयों की डिमांड की
राम सिंह गुर्जर ने आरोपी नासिर खान की पत्नी से दर्ज मामले में मदद करने और जमानत के लिए फाइल तैयार कर कोर्ट में पेश करने को लेकर 10 हजार रुपयों की मांग की। मामले में उसने अपने दोस्त मीणों का कंथारिया निवासी हाल बोलों का सांवताए तहसील गंगरार के प्रशिक्षु पटवारी देवेंद्र कुमार पुत्र राम प्रसाद बारेठ को भी शामिल किया हुआ था। पीड़िता रिश्वत के 10 हजार रुपए नहीं जुटा पाई। इस पर रामसिंह ने तीन हजार रुपयों की मांग की। एसीबी की टीम द्वारा 3 अप्रैल को रिश्वत राशि मांगने की का सत्यापन कर लिया गया था।
रात को बुलाया रिश्वत राशि लेने के लिए
मंगलवार रात को राम सिंह गुर्जर ने अपने दोस्त देवेंद्र कुमार और महिला को कोतवाली थाने के अनुसंधान कक्ष में बुलाया था। जहां महिला ने राम सिंह गुर्जर को तीन हजार रुपए दिए। राम सिंह ने यह रुपए लेकर अपने दोस्त देवेंद्र कुमार को दे दिएए जिस पर दोनों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। यह कार्रवाई एसीबी स्पेशल यूनिट उदयपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश ओझा के नेतृत्व में हुई। इस टीम में ब्यूरो टीम सदस्य हेड कॉन्स्टेबल नंदकिशोर पांड्याए लाल सिंहए दिनेश कुमार और कॉन्स्टेबल राजेश कुमार शामिल थे। अब दोनों के ठिकानों की भी तलाशी ली जा रही है।
यह दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे
प्रोबेशनर राम सिंह गुर्जर और प्रोबेशनर देवेंद्र कुमार दोनों ही बचपन के दोस्त हैं। रामसिंह ने रिश्वत मांगी तो उसका हिस्सा देने के लिए अपने दोस्त को थाने में बुला लिया। रामसिंह ने शुरू से ही अपने पटवारी दोस्त को इसमें शामिल रखा। इसलिए दोनों की ही मिलीभगत थी। दोनों नवोदय स्कूल में पांचवी क्लास से साथ में है और दोनों ही सरकारी नौकरी में अभी प्रोबेशनर पीरियड में है।