प्रतापगढ। प्रतापगढ जिला जेल में मोबाइल सहित अन्य सुविधाएं देने के मामले थम नहीं रहे है। बीते कुछ माह पहले कलेक्टर के निर्देशन पर जिला जेल में निरीक्षण हुआ तो दो दर्जन से अधिक मोबाइल और धुम्रपान की सामग्री मिली थी। प्रतापगढ जिला जेल में 13 मोबाइल और मिले है। प्रतापगढ जेल में तैनात अधिकारी और कर्मचारियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता। प्रतापगढ जिला जेल कैदियों के लिए सुरक्षित जेल बन गई है, यहां पर चंद पैसों के खातिर मोबाइल से लेकर घर का खाना और घंटों तक परिजनों से मुलाकात करवाई जाती है यही कारण है कि मध्यप्रदेश और राजस्थान की अन्य जेल में बंद कैदी जिला जेल प्रतापगढ में शिफ्ट होने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाते है और प्रतापगढ क्षेत्र के मामूली अपराध में नाम अटकाकर प्रतापगढ जेल में रहने लग जाते है। ऐसे एक नहीं कई मामले सामने आ चुके है।
कोतवाली थाना अधिकारी रविंद्र सिंह ने बताया कि जिला जेल से मोबाइल से अवैध गतिविधियों के संचालन की सूचना पर पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के निर्देशन में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। 6 फरवरी 2023 को पुलिस ने जिला जेल से सर्च ऑपरेशन के दौरान 13 मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए थे। पुलिस ने इस मामले में नामजद आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था। मंगलवार को अदालत के आदेश पर कारागृह संशोधन अधिनियम के तहत जब्त मोबाइल के मामले में जिला जेल में बंद मंदसौर निवासी शाहनवाज मुसलमान और प्रशांत उर्फ बसंत ,जोधपुर निवासी दिनेश विश्नोई ,अरनोद निवासी असलम मुसलमान, हथुनिया निवासी रहमत मुसलमान ,बसाड़ निवासी सुलेमान मुसलमान और उदयपुर निवासी लोगन मीणा को गिरफ्तार कर लिया था। कोतवाली थाना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए सभी 7 कैदियों को आज अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें 1 दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा गया है।