मंदसौर। उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर अतिक अहमद के बेटे असद और अन्य गैंगस्टर गुलाम का आज झांसी में एसटीएफ की टीम ने एकाउंटर कर दिया। अतिक के बेटे पर पांच लाख का ईनाम घोषित था। उमेश पाल मर्डर के बाद करीब 49 दिन से फरार था। झांसी में यूपी एसटीएफ की टीम ने एनकाउंटर कर गैंगस्टर का खात्मा कर दिया। मध्यप्रदेश में भी ऐसे गैंगस्टरों का सफाया करने के लिए सीएम शिवराजसिंह चौहान ने अभियान चला रखा है, लेकिन नीमच, मंदसौर और रतलाम आदि मालवा बेल्ट में अभियान का खास असर नजर नहीं आया रहा है। रतलाम, मंदसौर और नीमच में अतिक अहमद, एनकाउंटर में मारे गए असद की तरह कई बडे—बडे बदमाश है, जो संगठित अपराध को अंजाम दे रहे है। फिरौती, अपहरण सहित कई अपराधों से मौटी कमाई कर रहे है। कई तो जेल के अंदर से ही दुकानदारी चला रहा है। राजस्थान में भी इनका तगडा कनेक्शन है, मध्यप्रदेश के रतलाम, मंदसौर और नीमच जिले में अपराध को अंजाम देते है और राजस्थान में जाकर छिप जाते है। दीमक की तरह ये मालवा को खोखला कर रहे है। अपराध को अंजाम देकर करोडों रूपए में खेल रहे है। किसी की जमीन औने—पौने दामों में हडप रहे है। रतलाम, नीमच और मंदसौर में अगर पुलिस प्रशासन सर्वे कर इनकी लिस्ट तैयार करें तो एक दर्जन बदमाश मिल जाएंगे, जो संगठित गिरोह बनाकर अपराध को अंजाम दे रहे है। ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से उम्मीद है कि यूपी की तरह ऐसे बदमाशों का खात्मा करें, जिनकी नींव ही अपराध की सीढियों पर बनी हुई है और अपहरण, धमकी, फिरौती जैसे अपराध को अंजाम देकर करोडों के आसामी बन गए है।