नीमच—मंदसौर। नीमच और मंदसौर जिले में महू—नीमच हाईवे किनारे बने अधिकांश ढाबे मादक पदार्थ तस्करी का केंद्र बने हुए है। नीमच से मंदसौर के बीच की दूरी करीब 55 किलोमीटर है, इतनी दूरी पर 100 से अधिक ढाबे हाईवे किनारे बने हुए है। अधिकांश ढाबों में मादक पदार्थ की तस्करी हो रही है। अफीम से लेकर डोडाचूरा फुटकर में बेचा जा रहा है। अधिकांश ढाबों पर ग्राहकी तो कुछ भी नहीं होती है, कोई खाना खाने के लिए आए या न आए, लेकिन फिर भी ये ढाबे आबाद हो रहे है। पंजाब, हरियाणा सहित कई प्रांतों के तस्कर यहां पर पडे हुए है। कई ट्रक ड्रायवर नशा करने के लिए रूकते है। सूत्र बताते है कि जिन थाना क्षेत्र की सीमा में ये ढाबे पडते है, वहां पर बीट प्रभारी को मासिक मौटी बंदी जाती है। कुछ माह पहले रतलाम जिला पुलिस प्रशासन ने ऐसे ढाबों पर सख्ती से कार्रवाई की थी और अवैध ढाबों को जमींदोज किया था। जावरा और ढोढर के पास पास इन ढाबों का मलबा आज भी देखा जा सकता है, नीमच और मदंसौर जिले में इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है। इसी कारण हाईवे किनारे ढाबे इन दिनों धडल्ले से मादक पदार्थ बिक रहा है। सोशल मीडिया में खबर प्रकाशित होने के बाद अब देखना यह है कि वरिष्ठ अधिकारी नशे के अडडों पर कार्रवाई करने के लिए विशेष अभियान की शुरूआत करते है या नहीं।