नीमच। मध्य प्रदेश कैडर के 1988 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. एस.एल.थाउसेन, महानिदेशक, सीआरपीएफ दो दिवसीय दौरे पर 12 मई को नीमच पधारे। ऑक्टरलोनी हाऊस स्थित ऑफिसर्स मेस में श्री एस.एल.सी.खूप, डीआईजी, ग्रुप केंद्र, नीमच सहित कैम्पस स्थित बल के सभी संस्थानों के अधिकारियों ने महानिदेशक महोदय का भव्य स्वागत एवं अभिनंदन किया।
उल्लेखनीय है कि लगभग 3 लाख कर्मियों के साथ सबसे बड़े अर्धसैनिक बल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 37वें महानिदेशक के रूप में 03 अक्टूबर 2022 को कार्यभार संभालने के उपरांत यह उनका नीमच कैम्प का पहला दौरा है।आपको बताते चले कि डॉ. एस.एल. थाउसेन ने मध्य प्रदेश के टीकमढ, दुर्ग, विदिशा, उज्जैन, भोपाल आदि जिलों में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं प्रदान की है तथा मध्य प्रदेश के राज्यपाल के सलाहकार के रूप में भी कार्य किया है। इन्होंने मध्य प्रदेश के अपर महानिदेशक, आसूचना (सुरक्षा), अपर महानिदेशक (एजेके), अपर महानिदेशक, विशेष सशस्त्र बल, मध्य प्रदेश पुलिस तथा निदेशक, खेल और युवा कल्याण विभाग, भोपाल का पद भी संभाला। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय पुलिस टास्कफोर्स(आईपीटीएफ) के सदस्य के रूप में बोस्निया और हर्जेगोविना (यूएनएमबीआईएच) में संयुक्त राष्ट्र मिशन में तैनात थे। केंद्रीय सरकार में प्रतिनियुक्ति पर एस.पी.जी. में सेवाएं दी, अपर महानिदेशक के रूप में सीमा सुरक्षा बल में तथा महानिदेशक के रूप में सशस्त्र सीमा बल में कार्य किया। डॉ. एस.एल. थाउसेन को सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक, विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक, स्पेशल ड्यूटी मेडल और अति उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जा चुका है। खेलकूद में विशेष रूचि रखते है तथा दौड में अव्वल रहे है।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का ध्येय है कि वह संविधान को सर्वोपरि बनाए रखते हुए, प्रभावी एवं दक्षतापूर्ण तरीके से विधि-व्यवस्था, लोक-व्यवस्था एवं आंतरिक सुरक्षा को कायम रखने में भारत सरकार को समर्थ बनाए ताकि राष्ट्रीयअखंडता अक्षुण्ण बनी रहे और सामाजिक सौहार्द तथा देश के विकास का मार्ग प्रशस्त हो। आपको विदित है कि क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस (सीआरपी) का गठन स्वतंत्रता से पूर्व वर्ष 1939 में ब्रिटिश हुकुमत द्वारा किया गया था जो देश में आजादी के बाद वर्ष 1949 में केरिपुबल अधिनियम, 1949 के द्वारा सेंट्ल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) नाम से जानी जाने लगी। सीआरपीएफ, नीमच की छावनी तो अंग्रेजों द्वारा बनवाई ही गई थी, नीमच शहर भी अंग्रेजों का बसाया हुआ है। सीआरपीएफ की ऐतिहासिक एवं सबसे बेहतरीन इमारतों में शुमार है, ऑक्टरलोनी हॉल, जिसमें वर्तमान में केरिपुबल का ऑफिसर्स मेस है जिसमें बल के आला ऑफिसर्स के अलावा तमाम वीआईपी यहां विश्राम करते है। वस्तुत: नीमच सीआरपीएफ के लिए एक तीर्थ स्थल के समान है।
इस दौरे के दौरान केरिपुबल के महानिदेशक द्वारा त्रिगंजा पार्क स्थित शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई, क्वार्टर गार्ड का निरीक्षण किया, कैम्पस स्थित सभी संस्थानों का विजिट किया गया, पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन देखा तथा सी.टी.सी. व आर.टी.सी. द्वारा दिए गए प्रशिक्षण से संबंधित डेमो का अवलोकन किया। ग्रुप केंद्र के जलपान सह उपभोक्ता सेंटर का उद्घाटन किया। पर्यावरण के प्रति जनमानस में जागरूकता उत्पन्न करने के लिए पोधारोपण किया।इसके अलावा उन्होंने कैम्प स्थित अन्य ऐतिहासिक इमारतों/स्थलों का दौरा किया। इस दौरे के दौरान महानिदेशक महोदय के साथ श्री संजीव रंजन ओझा, भा.पु.से., अपर महानिदेशक(प्रशिक्षण), श्री जसबीर सिंह संधू, महानिरीक्षक, मध्य-प्रदेश सेक्टर, भोपाल व अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
इसी के साथ महानिदेशक द्वारा सैनिक सम्मेलन को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि बल हर चुनौति से निपटने में सक्षम है। नक्सली, आतंकी और अलगाववादी गतिविधियों जैसी कठिन चुनौतियों और विभिन्न अशांत क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाएं रखने की जिम्मेदारी सीआरपीएफ द्वारा बखूबी निभाई जा रही है। आतंकवाद और नक्सलवाद से लड़ने वाला सीआरपीएफ विश्व का सबसे बड़ा सशस्त्र पुलिस बल है। सैनिक सम्मेलन के दौरान महानिदेशक द्वारा जवानों की समस्याएं सुनी व उनके त्वरित निदान हेतु आश्वासन भी दिया। तत्पश्चात पुलिस प्रशिक्षण में उत्कृष्टता के लिए पदक विजेताओं हेतु अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया जिसमें उन्हें पदक देकर सम्मानित किया। इसके अलावा उन्होंने उपस्थित अधिकारियों, प्रशिक्षु अधिकारियों और अधीनस्थ अधिकारियों से परस्पर विचार-विमर्श भी किया।
इस अवसर पर श्री संजीव रंजन ओझा, अपर महानिदेशक(प्रशिक्षण), श्री जसबीर सिंह संधू, महानिरीक्षक, मध्य-प्रदेश सेक्टर, भोपाल के अलावा सीआरपीएफ के नीमच स्थित सभी स्थानों/कार्यालयों के वरिष्ठ अधिकारी जिनमें ग्रुप केंद्र के डीआईजी श्री एस.एस.सी.खूप, आर.टी.सी. के डीआईजी ब्रिगेडियर(रिटा.) अनमोल सूद, रेंज नीमच के डीआईजी श्री राम कृष्ण, संयुक्त अस्पताल के डीआईजी(मेडिकल) डॉ. पी.एन.सोलंकी, 4 सिगनल बटालियन के कमांडेंट श्री अनुराग राणा, प्रथम बटालियन के कमांडेंट श्री सौरभ कुमार चौधरी, सी.टी.सी. के कमांडेंट श्री वेद प्रकाश सहित सभी अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी एवं भारी संख्या में जवान उपस्थित थे।