चित्तोडगढ। नाकाबंदी के दौरान एक गाड़ी को रोकने पर उसमें बैठे व्यक्ति को इतना गुस्सा आया की उसने पुलिस की पिटाई कर दी। इस पर पुलिस ने उसे डिटेन कर लिया। आरोपी एमपी का रहने वाला है इसलिए रूटिंग गाड़ियों की चेकिंग के लिए रोका गया था। आरोपी के खिलाफ एएसआई असराम ने राजकार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज किया है। मामला निकुंभ थाना क्षेत्र का है।
निकुंभ थाना पुलिस के एएसआई असराम, कॉन्स्टेबल कैलाश, हीरालाल, मुकेश रोज की तरह ही उच्च अधिकारियों के आदेश पर निकुंभ चौराहे के पास नाकाबंदी कर रहे थे। उस दौरान अन्य राज्य से आने वाली गाड़ियों और संदिग्ध लगने वाली गाड़ियों की चेकिंग की जा रही थी। कुछ देर बाद ही एक एमपी से ऑल्टो कार आती हुई दिखाई दी। पुलिस ने गाड़ी चला रहे व्यक्ति को कार रोकने का इशारा किया, लेकिन कार नाकाबंदी तोड़कर आगे जाने लगी। इस दौरान के कॉन्स्टेबल कैलाश ने बैरिकेट्स लगाकर ऑल्टो कार को रोक दिया। इस बात से कार ड्राइवर इतना गुस्सा हो गया कि वह बाहर निकलकर कॉन्स्टेबल कैलाश के गिरेबान पकड़कर उसे थप्पड़ जड़ दिया। जब कैलाश में हो-हल्ला मचाया तो मौके पर एएसआई और अन्य साथी भी पहुंचे। इस दौरान कुछ राहगीर भी आवाज सुनकर आ गए थे।
ड्राइवर ने आवेश में आकर अपना नाम पिपलिया मंडी, मंदसौर, एमपी निवासी सिद्धार्थ पुत्र नरेंद्र कुमार छाजेड़ होना बताया। सभी लोगों ने सिद्धार्थ को रोकने की कोशिश की, लेकिन उसने फिर से कॉन्स्टेबल कैलाश की वर्दी पकड़ कर उसके साथ मारपीट करने लगा और गालियां देने लगा। सबने मिलकर फिर से कॉन्स्टेबल कैलाश को छुड़वाया। सिद्धार्थ छाजेड़ को लोक सेवक को राज कार्य करने में बाधा डालने पर डिटेन किया और ऑल्टो कार को भी अपने कब्जे में लिया। मारपीट के दौरान कॉन्स्टेबल भी चोटिल हो गया। यह रिपोर्ट एएसआई असराम की तरफ से दिया गया। जानकारी में आया कि सिद्धार्थ छाजेड़ एमपी में एक वकील है। इस तरह से गाड़ी को रोकने पर आवेश में आना और जल्दबाजी में कहीं जाना, किसी अन्य वारदात को अंजाम देने पर संभावना जताई जा रही है।