चित्तोडगढ। निम्बाहेड़ा क्षेत्र में गत दिनों 3 भैंसों सहित पिकअप लूटने की वारदात में एमपी के 5 बदमाश शामिल थे। इनमें से 3 आरोपी बाद में राजस्थान पुलिस की हिरासत में आने के बाद उन पर हमला कर भाग गए थे। दो राज्यों को चुनौती देने वाली इस गैंग का भी कुख्यात तस्कर कमल राणा से लिंक सामने आ रहा है। हालांकि दोनों राज्यों की पुलिस ने मिलकर दो दिन में 4 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया।
एसपी राजन दुष्यंत के अनुसार निम्बाहेड़ा सदर थानांतर्गत धीनवा के पास 4 जून को रात सवा तीन बजे हुई लूट का खुलासा हो गया है। इसमें पांच शातिर अपराधी नामजद हुए। इनमें से 26 वर्षीय राहुल पुत्र भैरूलाल नायक निवासी खोर नीमच व 22 वर्षीय बिरमदास पुत्र दिनेश दास निवासी काचरियाए पिपलियामंडी मंदसौर को एमपी पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया।
तीन अन्य नामजद पिपलियामंडी थाना क्षेत्र के लखन पुत्र राजू बावरी और नरेंद्र पुत्र गोवर्धन बावरी भी एमपी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं। अब एक आरोपी दिनेश बावरी फरार है। ये तीनों वही बदमाश हैंए जो 14 जून रात को नीमच में निम्बाहेड़ा पुलिस पर फायरिंग कर हिरासत से भाग छूटे थे। धीनवा लूट में ट्रेसआउट होने के बाद पुलिस इनको एमपी से पकड़कर ला रही थी।
फायरिंग में एसआई नारूलाल घायल और साइबर सेल के सिपाही रामावतार मीना भी चोटिल हुए थे। ये बदमाश मुख्य रूप से लूट.डकैती के साथ कुख्यात एनडीपीएस स्मगलर कमल राणा के लिए तस्करी का काम करते रहे हैं। ये डोडाचूरा के गोदाम तक लूट चुके हैं। फरार दिनेश बावरीए कमल राणा के खास गुर्गों में माना जाता है। गौरतलब है कि हाल में कमल राणा को भी राजस्थान पुलिस की ही क्राइम ब्रांच जयपुर टीम ने शिरडी से गिरफ्तार किया था।
एसपी राजन दुष्यंत के अनुसार इस मामले को ट्रेसआउट करने में साइबर सेल के कांस्टेबल रामावतार मीना की विशेष भूमिका रही। लूट के बाद एसएचओ वीरेंद्रसिंह और एसआई नारुलाल सहित 16 पुलिसकर्मियों की टीम में साइबर सेल चित्तौड़गढ़ के हेड कांस्टैबल राजकुमारए कांस्टेबल रामावतार व प्रवीण कुमार शामिल थे।
आसपास के सीसी टीवी फुटेज चैक करने के बाद तीन आरोपियों को ट्रेस आउट करने के साथ उनको पिपलियामंडी क्षेत्र में डिटेन करने में भी सिपाही रामावतार साथ था। हमले में एसआई नारुलाल के साथ घायल होने के बाद भी बदमाशों को दोबारा ट्रेस करने वाली टीमों में सक्रिय रहा।
साइबर एक्सपर्ट होेने से जिले की लगभग हर बड़ी वारदात में रामावतार को लगाया जाता है। गत डेढ़ साल में 13 ब्लाइंड मर्डर केस और चोरी.लूट.डकैतीए गैंग रैप की करीब 20 अन्य वारदातों को ट्रेसआउट करवाने में रामावतार की अहम भूमिका रही।