नीमच। कुख्यात तस्कर कमल राणा पर एमपी—राजस्थान में 70 हजार का ईनाम घोषित था, राणा फरारी के दौरान गैंग चला रहा था, जो डोडाचूरा और अफीम की तस्करी बडे पैमाने पर कर रही थी, गैंग में पुलिसकर्मी से लेकर कई बदमाश शामिल थे, जिनके चेहरे अब जांच में बेनकाब हो रहे है। प्रतापगढ पुलिस ने नीमच जिले के छह संदिग्ध पुलिसकर्मियों की लिस्ट नीमच एसपी अमित तोलानी को भेजी है, जिसके आधार पर उन्हें निलंबित किया है। इसमें सबसे पहले नंबर पर है आरक्षक क्रमांक 549 अजीज खान। अजीज खान लंबे समय से कमल राणा से जुडा हुआ है और वह पुलिस की डयूटी तो कम लेकिन राणा के लिए डयूटी ज्यादा कर रहा था। निलंबित आरक्षक अजीज खान पूर्व में भी कई बार विवादों में रहा है, इसलिए उसका प्रमोशन नहीं हुआ और अब राणा गैंग में शामिल होने के चलते निलंबित हुआ है। अजीज खान और कमल राणा के कनेक्शन में कई चौंका देने वाली जानकारी सामने आई है। निलंबित आरक्षक ही नहीं उसके बेटे अजीम और अमजद भी राणा के लिए काम कर रहे थे। अजीज खान का एक बेटा अजीम बघाना आरटीओ चैकपोस्ट पर है, करीब पंद्रह सालों से इस चैकपोस्ट पर है, वैसे आॅन द रिकार्ड नहीं है, लेकिन राठौडी में यह सालों से इस चैकपोस्ट पर है और अवैध वसूली तो करता ही है साथ ही यह राणा की गाडियां पार करवाने की जिम्मेदारी निभा रहा था। यूं कहें कि बाप अजीज खान पुलिस विभाग में रहते हुए मादक पदार्थ की तस्करी कर रहा था तो वहीं बघाना चैक पोस्ट पर रहते हुए उसके बेटे अजीम खान पठान ने मोर्चा संभाल रखा था, बघाना चैकपोस्ट राजस्थान की बार्डर पर है, यहां पर निलंबित आरक्षक अजीज खान के बेटे अजीम खान पठान का एकतरफा राज चलता है, परिवहन विभाग का कोई भी अधिकारी इस पोस्ट पर नहीं रहता था, सिर्फ अजीम खान के भरोसे थे। अजीम खान आस—पास के इलाकों से अफीम व डोडाचूरा एकत्रित करता था और चेकपोस्ट पर ही राणा की गाडियां लोड होती थी। अजीम खान को क्यों रख रखा है, इस सवाल का जवाब परिवहन विभाग के पास भी नहीं है, सिर्फ राठौडी में रख रखा है। सूत्र बताते है कि राणा के जेल जाने के बाद अब भी निलंबित आरक्षक अजीज खान और उसका बेटा अजीम खान काम कर रहे है और राणा के जहां—जहां पैसे अटके हुए थे, उनकी उगाही कर रहे। राजस्थान प्रतापगढ पुलिस अगर दोनों बाप—बेटे की भूमिका की सूक्ष्मता से जांच करें तो कई खुलासें हो सकते है और निलंबित आरक्षक अजीज खान व उसके बेटे अजीम खान पर प्रकरण दर्ज भी हो सकता है।
राणा गैंग में आने के बाद करोडों की प्रापर्टी बनाई— सूत्र बताते है कि निलंबित आरक्षक अजीज खान करीब दस साल से कुख्यात तस्कर कमल राणा से जुडा हुआ है, पहले यह पुलिस की गौपनीय जानकारी राणा तक पहुंचाता था, लेकिन बाद में यह डोडाचूरा और अफीम खरीदने लगा और राणा के साथ मिलकर तस्करी करने लगा। इस काम में अथाह पैसा दिखा तो उसने उसके बेटे अजीम खान को भी साथ में जोड दिया और परिवहन विभाग के तत्कालीन आरटीआई से सांठगांठ कर उसके बेटे अजीम खान को बघाना चैकपोस्ट पर तैनात कर दिया। चैकपोस्ट की आड में अजीम तस्करी को अंजाम देता रहा। दोनों बाप—बेटों ने तस्करी की दुनिया से करोडों की प्रापर्टी बनाई है, जीरन, मंदसौर, जावरा और नीमच में करोडों रूपए की जमीनें भी बाप—बेटों ने खरीदी है।
कई किसानों को झूठे अफीम—डोडाचूरा के केस में फंसवाया— सूत्र बताते है कि निलंबित आरक्षक अजीज खान और उसके बेटे अजीम खान ने कई किसानों को झूठे केस में फंसवाकर करोडों की वसूली की है। अफीम व डोडाचूरा के दोनों बाप—बेटे खरीदार बनते, फिर ये पुलिस या अन्य एजेंसी के जरिए उन्हें पकडवाते थे, फिर तोडबटटा होता था, कई किसानों ने औने—पौने दामों में जमीन बेची है।
आखिर क्यों नहीं हटाया जा रहा है निलंबित आरक्षक के बेटे अजीम को चेक पोस्ट से— निलंबित आरक्षक अजीज खान का बेटा बघाना चैकपोस्ट से आखिर क्यों नहीं हटा, बताया जा रहा है कि अजीज खान ने तगडी सेटिंग कर रखी है, नयागांव चेक पोस्ट के अधिकारी से सांठगांठ कर बघाना चैक पोस्ट पर रखवाया था, चेकपोस्ट पर रहकर एक सरकारी अधिकारी की तरह अजीम खान रोब जमाता है। अगर कोई अधिकारी उसे हटाते भी है तो वह उन पर भाजपा नेताओं से दबाव बनाता था। अब देखना यह है कि तस्कर पर कब तक अफसर मेहरबान रहते है और राठौडी कब तक जारी रहती है।