मंदसौर। मंदसौर तहसील कार्यालय में पदस्थ बाबू युवराजसिंह की वजह से कई लोग तहसील कार्यालय के चक्कर लगा रहे है। पूर्व में भानपुरा तहसीलदार नागेश पंवार द्वारा कई नामांतरण के प्रकरणों के आदेश कर दिए गए थे। वर्तमान में नवागत तहसीलदार ने पदभार संभाला है, लेकिन पूर्व तहसीलदार द्वारा किए गए स्वीकृत नामांतरण प्रकरणों के आदेश को बाबू युवराजसिंह दबा बेठा है। आदेश पटवारी तक नहीं पहुंचा रहे है। पटवारी के संपर्क करने पर संबंधित व्यक्ति् को निराशा हाथ लगती है, वे बाबू के पास तहसील कार्यालय में जाते है तो बाबू कुर्सी पर नहीं मिलते है। सभी काम छोडकर व्यक्ति् गांव से तहसील कार्यालय पहुंचता है तो उन्हें निराशा ही हाथ लगती है। अधिकारियों को बाबू की कार्यप्रणाली पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है।
सिगरेट पीने के बहाने गायब रहते है— बताते है कि बाबू युवराजसिंह सिगरेट पीने का आदि है। बार—बार सिगरेट पीने के लिए बाहर जाते है और घंटो तक नहीं आते है। कई बार तो तहसीलर कार्यालय परिसर पर ही सिगरेट पीते रहते है, जबकि शासकीय परिसर पर धुप्रपान करना अपराध है, लेकिन इनके खिलाफ कौन कार्रवाई करें।