मंदसौर। सावन माह के आखरी यानी 8वें सोमवार को प्रजा का हाल जानने के लिए भगवान पशुपति नाथ महादेव शाही अंदाज में शाही रथ में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकले। प्रातः कालीन आरती मंडल की देखरेख में पशुपतिनाथ मंदिर परिसर से सुबह 10 बजे पूजा-अर्चना के बाद शाही सवारी प्रारंभ किया गया। भगवान आशुतोष को गॉड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद रथ में सवार अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ नगर भ्रमण पर निकले। महादेव के रथ को खींचने के लिए भक्त उमड़ पड़े। मंदसौर शहर सहित आसपास ने ग्रामीण क्षेत्र से बड़ी संख्या में बाबा के भक्त शाही सवारी में शमिल हुए।
सुबह 11 बजे शाही सवारी मंदिर परिसर से शुरू हुई जो बरमुंडा बस्ती, सत्संग भवन खानपुरा, प्रतापगढ़ पुलिया, मंडी गेट, सदर बाजार धानमंडी, बड़ा चौक, गणपति चौक, शुक्ला चौक, कालाखेत, बड़े बालाजी, भारतमाता चौराहा घंटाघर होते हुए शाम तक पुन: सदर बाजार होकर पशुपतिनाथ मंदिर पहुंची।
प्रातः कालीन आरती मंडल के द्वारा निकली शाही सवारी में भगवान पशुपतिनाथ शाही रथ में सवार होकर निकले। भोले बाबा की शाही सवारी में रथ के साथ पांच ट्रालों नंदी की झांकी, अघोरी की झांकी, मां काली, तिरुपति बालाजी, राधा कृष, सहित अन्य झांकियां आकर्षण का केंद्र रही। रथ के आगे तीन युवतियों व महिलाओं के ग्रुप नृत्य करते हुए चल रहे थे। वहीं लकड़ी से बने नंदी पर भगवान शिव के रूप में कलाकर गले में अजगर डाले सवार रहा, इसके साथ ही अघोरी की झांकी आकर्षण का केंद्र रही। शाही सवारी में दाहोद, उज्जैन, मंदसौर व मुंबई के ढोल 8 डीजे के साथ नाल छामाता व ओखाबावजी की झांकी भी शामिल रही। शाही सवारी में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए 200 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात रहे।