— राजस्थान पुलिस ने 80 लाख की फिरोतीकांड में इंदौर से पकडा था, फिर डंडी किस मुंह से बोल रहा है कि सखलेचाजी खिलाफ थे
— राजू डंडी ने कांग्रेस को हराने के लिए सखलेचा से ली मौटी रकम, इसलिए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को हथियार बनाकर कांग्रेस प्रत्याशी को हराने में जुट गया है....
— मंत्री सखलेचाजी की वजह से अभी भी बडा बेटे मनुराज अहीर 5000 रूपए का ईनामी होते हुए फरार है...
— अगर मंत्री सखलेचा चाहते थे तो 2 मिनिट में अंदर होते इसके दोनों बेटे, राजस्व कॉलोनी स्थित इसके अवैध मकान पर बुलडोजर भी चलता, चड्डी—बनियान में नंगे पैर जुलूस भी निकालती पुुलिस
नीमच। जावद विधानसभा सीट से कांग्रेस नेता समंदर पटेल का टिकिट होने के बाद हर बार चुनाव हारने(पार्षद से लेकर विधायक तक) का रिकार्ड बनाने वाले राजकुमार अहीर उर्फ राजू डंडी बौखलाहट में है, वहीं बीते कई वर्षों की अवैध वसूली और भ्रष्टाचार की दुकानदारी बंद होती देख राजू डंडी प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के आदेश को नहीं मान रहा है। मंत्री सखलेचा के अहसानों से पैरो तले दबा राजू डंडी कांग्रेस पार्टी को नुकसान करने में जुट गया है, वह भाजपा से मिलकर कांग्रेस प्रत्याशी समंदर पटेल को हराने में लग गया है और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को गुमराह कर उन्हें हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहा है। कल जावद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक आहूत की गई थी, बैठक में राजू डंडी ने खूब विधवा विलाप किया। रोने का खूब नाटक किया, आंखों पर ग्सिलिन लगाकर इस तरह से आंसू निकाले कि लोगों की लगे कि यह सच्चा है। मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा और समंदर पटेल पर एफआईआर दर्ज करने का आरोप मडा। झूठ की भी हद होती है, सारी हदें राजू डंडी ने रोते हुए पार कर दी। जबकि हकीकत यह है कि मंत्री सखलेचा पर जो आरोप लगा रहा है, वह बिल्कुल गलत है, सखलेचाजी की मेहरबानी से ही आठ माह तक इसका छोटा बेटा अनुराग अहीर अपहरणकांड में फरार रहा और बडा बेटा मनुराज अहीर अभी तक 5000 रूपए का ईनामी बदमाश होते हुए अभी तक फरार है।
दिनांक 28 मई 2021 को अपहरणकांड को लेकर नीमच सिटी पुलिस ने राजकुमार अहीर के छोटे बेटे अनुराग अहीर सहित उसके साथियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया था। एफआईआर दर्ज होते ही पुलिस को आरोपी अनुराग अहीर को पकडना चाहिए था, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं हुआ। राजू डंडी उसके आरोपी बेटे अनुराग अहीर को मंत्री सखलेचा के भोपाल स्थित बंगले पर ले गया, दोनों बाप—बेटों ने सखलेचाजी के दोनों पैर के अंगूठे छूए और सखलेचाजी के पूरी तपस्या का तप ले लिया। मंत्रीजी से बोला कि हमारा परिवार जिंदगीभर आपका अहसान मानेगा, आप नीमच एसपी से कह दो कि गिरफ्तार न करें। यही नहीं भाजपा को आने वाले समय में समर्थन देने का समझौता भी बेटे को गिरफ्तारी से बचाने के बदले किया। फिर क्या था, नीमच पुलिस ने ढील दे दी, लगातार आठ माह तक फरार रहा, फरार रहते हुए राजू डंडी के छोटे बेटे अनुराग अहीर ने उदयपुर में भी बडा कांड कर दिया। व्यापारी राहुल माखिजा का अपहरण कर 80 लाख की फिरौती मांगी। 3 जनवरी 2022 को उदयपुर पुलिस ने पीडित राहुल माखिजा को आरोपी अनुराग अहीर व उसके साथियों के कब्जे से राजू डंडी के साले के घर से इंदौर से छुडाया। राजस्थान पुलिस ने आरोपी अनुराग अहीर को रिमांड पर लिया तो पता चला कि नीमच में अपहरणकांड में वह फरार चल रहा था। कल कार्यकर्ताओं की बैठक में राजू डंडी घडियाली आंसू बहाने की तर्ज पर रोया और बोला कि सखलेचाजी ने उसके बेटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है, क्या मंत्री सखलेचा अगर राजू डंडी के खिलाफ होते तो क्या नीमच में अपहरणकांड को लेकर 8 महिने तक रह सकता था...अब उदयपुर वाले फिरौतीकांड वाले केस की बात करें तो राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है, ऐसे में कांग्रेस के नेता के पुत्र पर झूठी एफआईआर दर्ज कैसे हो सकती है, क्या राजस्थान के उदयपुर वाले केस में भी सखलेचा का रोल रहा!
हकीकत तो यह है सखलेजा की वजह से ही उसका बेटा 8 महिने तक नीमच के प्रकरण में फरार रहा, दूसरा बेटा सखलेचाजी की वजह से अभी भी दो साल से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी फरार है, बडे बेटे पर 5 हजार का ईनाम घोषित है, फिर भी पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पा रही है, क्योंकि पर्दे के पीछे मंत्री सखलेचाजी मेहरबान है। सूत्र बताते है कि कांग्रेस से समंदर पटेल को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद मंत्री सखलेचाजी और राजू डंडी की गौपनीय बैठक हुई। भाजपा प्रत्याशी सखलेचाजी ने राजू डंडी से कहा कि अब राजू तुम्हें अहसान चुकाने का मौका है, मुझे भी भला—बुरा कहो और कांग्रेस प्रत्याशी को हराने का काम करों, जितने पैसे चाहिए, वह ले लो, बडी रकम देने की बात हुई। इस प्लॉन के तहत राजू डंडी ने काम भी शुरू कर दिया है और कमलनाथ को हराने में जुट गया है।
कमलनाथजी की वजह से राजस्थान में कम दिन रहा आरोपी जेल में, दोगले राजकुमार अहीर पर तुरंत एक्शन लेवे कमलनाथजी, सरकार आने पर पुराने केस निकाले और इसे बताएं कि गुंडागर्दी क्या होती है....
राजू डंडी को कांग्रेस ने एक बार नहीं बल्कि दो—दो बार टिकिट दिया है, एक बार वर्ष 2013 में टिकिट नहीं दिया तो यह निर्दलीय चुनाव लडा। राजू डंडी को कांग्रेस पार्टी से कोई मतलब नहीं है, चाहे पार्टी हारे। उसे तो उसकी राजनीति जीवित रखकर खुद की दुकानदारी चलाने से मतलब है। जावद से दूसरे का टिकिट फाइनल होने के बाद वह कमलनाथजी के खिलाफ काम करने में जुट गया। यह भूल बैठा कि कमलनाथजी ने ही उसे नेता बनाया है, जिस तरह से कमलनाथजी नेता बना सकते थे, ठीक उसी तरह इसे फकीर भी बना सकते है, क्योंकि राजकुमार अहीर और इसके परिवार के खिलाफ कई मामले है। राजस्थान में फिरौतीकांड में कमलनाथजी ने राजू डंडी की मदद की और मूल डायरी से कॉल डिटेल्स हटवाई, इसलिए कम दिन ही जेल में रहा, बाकी एक साल से अधिक आरोपी अनुराग अहीर नीमच कनावटी जेल में रहा। कमलनाथजी को दोगले राजकुमार अहीर पर तुरंत एक्शन लेना चाहिए। इन दिनों कमलनाथजी का खूब विरोध कर रहा है। कांग्रेस शासन में इसके सभी आपराधिक पुराने मामले निकालें जाए और इसकी औकात याद दिलाई जावे कि गुंडागर्दी करने पर सरकार कैसे जमींदोज कर सकती है, राजू डंडी का हाल जीतू सोनी जैसा हाल जाना चाहिए। यह जावद के कांग्रेस के कर्मठ व निष्ठावान कार्यकर्ताओं की मांग है।
निर्वाचन आयोग से शिकायत,5 हजार का ईनामी मनुराज अहीर को गिरफ्तार करें पुलिस— नीमच में हुए पत्रकार मूलचंद खींची अपहरणकांड के मामले में राजकुमार अहीर का बडा बेटा मनुराज अहीर फरार है, पुलिस ईनामी बदमाश को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है। पत्रकार संगठनों ने निर्वाचन आयोग से शिकायत की है कि पुलिस ने अन्य ईनामी बदमाशों को तो पकड रही है, लेकिन कांग्रेस नेता राजू डंडी के बेटे मनुराज अहीर को पकड नहीं रही है। वह घर पर ही आराम कर रहा है।