मंदसौर। मंदसौर जिले की मल्हारगढ विधानसभा सीट से भाजपा ने वित्त मंत्री रह चुके जगदीश देवडा को एक बार फिर प्रत्याशी बनाया है, मंत्री रह चुके जगदीश देवडा का भले ही भाजपा पार्टी में नाम बडा हो, लेकिन मल्हारगढ विधानसभा क्षेत्र में दर्शन खोटे ही है। जगदीश देवडा का जनता के बीच कद बीते पांच सालों में इतना घटा है कि जनता चेहरा तक देखना पसंद नहीं करती है। कारण साफ है कि मंत्री बनने के बाद नेताजी के हाव—भाव सभी बदल गए, सिर्फ माल की गणित में लगे रहे, देवडाजी भोपाल में रहते तो उनके छर्रे मल्हारगढ विधानसभा क्षेत्र में दादागिरी और गुंडागर्दी करते रहते थे। शराब माफियाओं का बचाव करना, हिस्ट्रीशीटर बदमाशों को थाने में बंद नहीं रखना, जिलाबदर व्यक्ति का जिलाबदर रूकवाना, रसूखदार व्यक्ति के लिए टीआई को फोन लगाकर गरीब व्यक्ति को सलाखों के पीछे डलवाना सहित दर्जनों ऐसे कारनामें है, जो मंत्री रहते हुए देवडाजी ने किए है, भोली—भाली जनता को गुमराह करने में देवडाजी मास्टरमाईंड है। कई गांवो में उनका विरोध हो रहा है, क्योंकि जहरीली शराब कांड से लेकर बडे—बडे अपराधी इनके नाम से क्षेत्र में आतंक बचाते है। कोई व्यक्ति अगर आवाज उठाए तो उन्हें धमकाते थे। घनी आबादी वाले इलाकों में देवडाजी ने कानजी जैसे कई छर्रे छोड रखे थे, माफियाओं का गिरोह विधानसभा चुनाव में फिर से सक्रिय हो गया है। मंत्री रहते हुए पांच सालों का लेखा—जोखा जनता के सामने आ रहा है, जागरूक मतदाता बेहरूपिए देवडाजी को मजा चखाने में जुट गए है।
मल्हारगढ विधानसभा क्षेत्र में नए युवाओं को आगे नहीं बढने दिया— देवडाजी ने एक तरफ जनता का दमन किया वहीं भाजपा के उर्जावान कार्यकर्ताओं और नेताओं को भी आगे नहीं बढने दिया। जो आगे बढ रहा था, अफीम व अन्य झूठे केस में फंसवा दिया। आज विधानसभा क्षेत्र में ऐसा नेता नहीं है, जो मजबूत स्थिति में हो, कारण साफ है कि उनकी जडे देवडाजी ने कमजोर कर दी, उन्हें आर्थिक से लेकर मानसिक रूप से परेशान किया। आज सैकडों भाजपा कार्यकर्ता अ और नेता देवडा की दमनकारी नीति के कारण अंदर ही अंदर खिलाफ है।