रावतभाटा। रावतभाटा में रात 8 बजे बाद शराब की दुकान खोलने की अनुमति के लिए पुलिसकर्मी ने शराब ठेकेदार से रिश्वत मांगी थी। एसीबी चित्तौडगढ़ को शिकायत करने पर रंगेहाथ पकड़ते, पहले ही उसे भनक लग गई और वह भाग गया। घटना 5 अक्टूबर की है, लेकिन एसीबी ने अब केस दर्ज किया है।एसपी ने पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया। एसीबी के एडिशनल एसपी कैलाशसिंह सांदू ने बताया कि रेंज के डीआईजी राजेंद्रप्रसाद गोयल के निर्देशन में एसीबी की ओर से 5 अक्टूबर को रावतभाटा पुलिस थाने के कांस्टेबल समरथसिंह के विरुद्ध धारा 284 में मुकदमा दर्ज किया गया। परिवादी नीमच निवासी सागर मेडी ने 23 सितंबर को ब्यूरो कार्यालय में रिपोर्ट दी।
24 सितंबर को परिवादी सागर मेडी और आरोपी समरथसिंह की रूबरू रिश्वत मांग सत्यापन वार्ता करवाई गई। 5 अक्टूबर को पकड़ने की आरोपी समरथसिंह को भनक लगने के कारण रिश्वत नहीं ली। प्रयास के बाद भी आरोपी समरथसिंह का कहीं पता नहीं चला। आरोपी कांस्टेबल समरथसिंह की ओर से परिवादी सागर मेडी की शराब की दुकान रात्रि 8 बजे बाद खोलने व अंदर बैठकर पिलाने और परेशानी नहीं आने देने पर तीन माह पूर्व के बकाया 30 हजार, अक्टूबर माह से प्रतिमाह 15 हजार रुपए कुल 45 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। पुलिस जांच कर रही है कि इसमें और किन किन लोगों की भूमिका है।
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इनका कहना—
पुलिसकर्मी समरथसिंह के मामले में शिकायत मिली थी। जिसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया है।
-राजन दुष्यंत, एसपी