नीमच। प्रदेश की अंतिम सीट जावद विधानसभा क्षेत्र में इस बार हारू नेता राजकुमार अहीर उर्फ राजू डंडी का पत्ता साफ कर दिया गया। कांग्रेस ने दो बार इसे टिकिट दिया, दोनों बार यह हारा, एक बार टिकिट नहीं दिया तो निर्दलीय चुनाव लडा, इसमें भी हारा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इस बार जावद विधानसभा क्षेत्र में बदलाव करते हुए कांग्रेस से समंदर पटेल को अधिकृत उम्मीदवार बनाया। राजू डंडी की दुकानदारी हारने पर भी चलती रही। जावद क्षेत्र में दूसरा नेता समंदर पटेल को आने के बाद राजू डंडी की दुकानदारी बंद हो गई। राजू डंडी ने निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया था, लेकिन मान मनोव्वल के बाद फार्म तो उठा लिया, पर कांग्रेस के खिलाफ ही राजू डंडी ने पूरे चुनाव में काम किया। भले ही इसे उज्जैन जिले में प्रचार—प्रसार के लिए भेज दिया हो, पर यह मोबाइल के जरिए लोगों को कहता रहा कि समंदर को वोट मत देना, भाजपा प्रत्याशी ओमप्रकाश सखलेचा को वोट करना। आज मतदान के दिन यह यही बात कहता रहा। इसके जावद व नयागांव तथा सिंगोली में दो—चार समर्थक है, इन समर्थकों ने तो सोशल मीडिया पर समंदर पटेल का जमकर विरोध किया और भाजपा के पक्ष में मतदान करने की सार्वजनिक अपील की गई। बताया जा रहा है कि इस पूरे मामले की मय प्रमाण के साथ निष्ठावान कांग्रेस के कार्यकर्ता पीसीसी चीफ कमलनाथ को शिकायत करने वाले है। मुंह पर कमसें वादे करने वाले राजू डंडी ने कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी समंदर पटेल को हराने में कोई कसर बाकी नहीं छोडी। शाम पांच बजे तक लगा हुआ था।
कांग्रेस से निष्कासित करने की मांग उठी— जावद विधानसभा क्षेत्र में राजू डंडी ने पूरे समय कांग्रेस के खिलाफ ही काम किया। कई जगह सार्वजनिक जगहों पर बोला कि भाजपा प्रत्याशी को वोट करना। खबर यहां तक है कि करीब 50 पेटी भाजपा प्रत्याशी से समंदर को हराने के लिए काम करने के लिए राजू डंडी ने ली। कांग्रेस के नेताओं ने राजू डंडी को कांग्रेस से निष्कासित करने की मांग की है। सबूत भी कमलनाथ को भेजे गए है। अब देखना यह है कि कमलनाथजी इसके खिलाफ क्या ऐक्शन लेते है।