नीमच—मंदसौर। रतलाम जिले में महू—नीमच हाईवे किनारे अवैध गतिविधियों का अडडा बने ढाबों और होटलों को जमींदोज करने की कार्रवाई सीएम के अभियान के तहत हो रही है, लेकिन नीमच व मंदसौर जिले में सिर्फ कागजी खानापूर्ति करते हुए दिखावे की कार्रवाई की जा रही है। नीमच व मंदसौर जिले में करीब सौ से अधिक ढाबों, होटल अफीम, डोडाचूरा, अवैध शराब की बिक्री का केंद्र बने हुए है, इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। मंदसौर में सिर्फ एक ढाबे पर अवैध शराब पकडने की कार्रवाई हुई। सूत्र बताते है नीमच और मंदसौर जिले के बीच अधिकांश ढाबों पर नशा बेचा जा रहा है, चाहे नशा शराब का हो या फिर डोडाचूरा व अफीम का। हर एक किलोमीटर पर दो या तीन ढाबे संचालित हो रहे है। इन ढाबों के अधिकांश नाम पंजाब व हरियाणा से जुडे हुए है। डोडाचूरा व अफीम इन्हीं ढाबों से सप्लाई हो रही है। सूत्र बताते है कि पंजाबी व हरियाणा भाषा में इन ढाबों का नाम इसलिए लिखा जाता है कि ताकि ट्रक चालक व तस्कर समझ लेते है कि यहां पर माल मिलता है। संबंधित थाने के बीट प्रभारी व रात्रिकालीन गश्व करने वाले को हर माह बंदी ढाबे वाले देते है। यही कारण है कि इन पर कोई सा भी अभियान चले, कोई कार्रवाई नहीं होती है। नीमच व मंदसौर के बीच अधिकांश ढाबो पर सिर्फ मादक पदार्थों की तस्करी हो रही है। नीमच व मंदसौर जिले में भी मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त इन ढाबों पर कार्रवाई होना चाहिए।