— बाबू सिंधी जैसी गंदी मछली ने किया पूरे पोस्ते के व्यापार को चौपट, बाबू ने ही लगाया तस्करी का चस्का
नीमच। नीमच मंडी में पोस्ता कारोबार लंबे समय से सातवें आसमान था, लेकिन कुछ सालों में जैसे ही कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी उर्फ जयकुमार के पैर पडे तो पोस्ता के धंधे में मादक पदार्थों की तस्करी बढ गई। जिस तरह से एक गंदी मछली पूरे तालाब को खराब कर देती है, वैसे ही कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी ने नीमच मंडी में कर दिया। कुछेक मलाई खाने वाले व्यापारियों को धोलापाली और कालेदाने की तस्करी का ऐसा चस्का चढाया कि बाबू के जेल जाने के एक साल बाद भी नहीं उतरा। पोस्तादाना छनाई 2016 से बंद है, लेकिन मंडी के कई व्यापारी पोस्तादाना की छनाई कर रहे थे और धोलापाली और कालादाना बाबू सिंधी को दे रहे थे। ये तो मालामाल हो ही रहे थे कि बाबू की भी लॉटरी लग गई, लेकिन ज्यादा दिनों तक मादक पदार्थों की तस्करी दुकानदारी नहीं चली। पोस्ता कारोबारी सुबोध भंसाली और धीरेंद्र गर्ग के यहां केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो ने कार्रवाई की थी दोनों व्यापारी पर संकट के बादल अभी भी मंडरा रहे है। मंडी में पोस्ता की खरीदी बंद है। अफीम कालादाना और धोलापाली का क्या करें, यह पॉलिसी अलग से नहीं बनी है। वैसे नियमों की बात करें तो जैसा माल किसान लाएगा, वैसा ही व्यापारी खरीदकर बाहर भेज सकते है, लेकिन ऐसा करने से व्यापारियों को पोस्ते का उचित दाम नहीं मिलता, पोस्ता क्लिन करने के बाद रेट ज्यादा मिलते है, क्लिन करने में छनाई के दौरान धोलापाली और कालादाना निकलता है, उसका क्या करें, तुरंत जलाया जावे, किसकी उपस्थिति में जलाया जावे, इसकी पॉलिसी नहीं बनी है। मंगलवार को मंडी सचिव सतीश पटेल ने पोस्ता कारोबारियों की बेठक ली, लेकिन कोई हल नहीं निकला। हालांकि मंडी सचिव के हाथ में भी यह काम नहीं है।
तो बिना छनाई के बेच सकते है व्यापारी— पूर्व में भी सांसद सुधीर गुप्ता की उपस्थिति में यही निर्णय हुआ था कि जो पोस्तादाना किसान लाएंगे, वैसा का वैसा ही मॉल व्यापारी बाहर बेचेंगे, किसान साफ कर माल लाएंगे, कोई भी व्यापारी अफीमकालादाना का स्टॉक नहीं करेगा, लेकिन केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम को अफीम कालेदाना का स्टॉक मिला था, उसके बाद से मंडी में पोस्ता की खरीदी बंद है। व्यापारी चाहते है कि पोस्तादाना खरीदी में शासन की स्पष्ट नीति बने।
बाबू ने ही तस्करी का लगाया चस्का— सालों से मंडी में पोस्ता का कारोबार चल रहा था। पूरे देश में नीमच की पोस्ता मंडी अच्छे भाव और अच्छी क्वालिटी के मामले में नंबर वन है, लेकिन कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी की वजह से पोस्ता मंडी का बंटाढार हुआ है। कम समय में अरबपति बनने की चाह में बाबू सिंधी के साथ कुछ पोस्ता कारोबारी हो गए थे, बाद में कार्रवाई से बचने के लिए अलग हो गए थेे।