आगामी त्यौहारों को देखते हुए जिले में बेहतर विद्युत आपूर्ति व्यवस्था सुनिश्चित होगी
नीमच। म.प्र.प.क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी नीमच के अधीक्षण यंत्री श्री आशीष आंचार्य ने बताया कि मानसून की बिदाई के अंतिम चरण में तापमान के यकायक बढ़ने से विद्युत की दैनिक खपत में असामान्य वृद्धि हो गई हैं। विगत दिनों नीमच जिले की खपत में इंदौर शहर से भी ज्यादा वृद्धि नज़र आई है। विद्युत वितरण कंपनी द्वारा उज्जैन -इंदौर संभाग के 15 ज़िलों की दैनिक ख़पत का डाटा जारी किया है। नीमच जिले में विगत वर्ष की तुलना में विद्युत खपत में 38% की वृद्धि दर्ज की गई हैं। विद्युत विभाग नीमच आगामी नवरात्रि, दशहरे, दिपावली इत्यादि त्यौहारों के दौरान विद्युत की उत्तम व्यवस्था हेतु पूर्ण रूपेण तैयार है।
माह अगस्त में वर्षाकाल के दौरान भी विद्युत की सुचारू व्यवस्था के दृष्टिगत सी एम हेल्पलाइन में नीमच जिले को 91% स्कोर के साथ "ए" ग्रेड मिली है।
उल्लेखनीय है, कि नीमच जिले की उत्तम विद्युत व्यवस्था, स्मार्ट मीटर योजना के संतोषप्रद क्रियान्वयन, कृषकों को सिंचाई के कनेक्शन तत्परता से प्रदान करने के अध्ययन हेतु विगत माहों में राजस्थान के भीलवाड़ा एवं पॉली जिले के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा नीमच जिले का दौरा कर यहां के विद्युत प्रबंधन को सराहा हैं।
मध्यान्ह भोजन में परोसी जा रही है सामुदायिक पोषण वाटिका की सब्जियां
नीमच 25 सितम्बर 2024, कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा के मार्गदर्शन में मनरेगा योजना के तहत जिले के प्रत्येक उपयंत्री के सेक्टर में एक-एक सामुदायिक पोषण वाटिका तैयार की जा रही है। यह कार्य मनरेगा से किया जा रहा है। इसके तहत एक हेक्टेयर जमीन पर फलदार पौधारोपण एवं सब्जियों का रोपण किया गया है।जनपद पंचायत मनासा की रावतपुरा में ग्राम पंचायत के पास सामुदायिक पोषण वाटिका विकसित की गई है। इस पोषण वाटिका में भिंडी, लौकी, बैंगन तुरई, गिलकी, मिर्च और धनिया का रोपण किया गया है।
अब इस सामुदायिक पोषण वाटिका में सब्जियां आने लगी है। ये सब्जियां शासकीय प्राथमिक विद्यालय एवं माध्यमिक विद्यालय रावतपुरा और आंगनबाड़ी केंद्र रावतपुरा में मध्यान्ह भोजन एवं पोषण आहार तैयार करने वाले वैष्णवी स्व सहायता समूह द्वारा बच्चों को पोषण आहार, भोजन में ताजी सब्जियों के रूप में परोसी जा रही है। इसकी शुरुआत ग्राम पंचायत द्वारा समूह के सदस्यों को ताजी सब्जियां उपलब्ध कराकर, की गई है। पोषण वाटिका में उत्पादित सब्जियों से विद्यार्थियों को मध्यान्ह भोजन में ताजी सब्जियां मिलने लगी है। मध्यान्ह भोजन विद्यार्थियों के लिए रूची कर बन गया है।