श्याम ठाकुर
मंदसौर, नागर पिपलिया। हुनर किसी का मोहताज नहीं होता। एक गांव के गरीब युवक के हुनर को इन दिनों हर कोई सलाम कर रहा है। मंदसोर जिले की मल्हारगढ़ तहसील के एक छोटे से गांव नागर पिपलिया के रहने वाले राजू पिता घनश्याम लोहार के सुपुत्र है जो कि अपने छोटे छोटे कारनामो से जाने जाते है वो फ्री टाइम में कुछ ना कुछ अलग ही करने का टेलेंट रखते है।
अबकी बार उन्होंने कुछ अलग ही करने की सोचा और बनादी अपने टेलेंट से एक बेंटरी वाली साइकिल राजू भाई इंटरनेट यूट्यूब पर इलेक्ट्रॉनिक चीजें कैसे बनती है इस पर कैसे काम किया जाता है इन पर रिसर्ज करते रहते है।
तो इस बार उनके मन मे आया के आजकल लोग छोटे से छोटे काम मे मोटसाइकिल का सहारा लेते है चाहे कुवे पर जाना हो या पास में बिना मोटसाइकिल के नही जाते है तो क्या था फिर इनके मन मे आया के ईंधन आजकल इतना महंगा हो गया है तो किसी ऐसी चीज का निर्माण करा जाए जिससे खर्चा भी बच जाए और समय भी फिर राजू भाई ने इलेक्ट्रानिक साइकिल बनाने की सोचा और यूट्यूब पर सारी चीजें देखी फिर अलग अलग चीजो का इस्तेमाल किया और बना डाली साइकिल। इन्होंने थोड़े थोड़े पैसे दोस्तो से अपने पापा से और अपने बड़े भाई से इकट्ठे किये और चुनोती का सामना करते हुए 2 दिन में बना दी साइकिल। साइकिल बनाने में पार्ट्स मंदसोर, नीमच में नही मिले तो इंदौर से अपने दोस्तों से मंगवाए इसमे 12-12 वोल्ट की दो बेंटरी लगी है जो 20 किलोमीटर आराम से चल जाती है अगर बेंटरी बड़ा दी जाए तो 60 किलोमीटर आराम से चल जाएगी राजू भाई एक गरीब परिवार से है इन्होंने अपने टेलेंट से साइकिल बनाकर साबित कर किया के दिल मे कुछ करने का जज्बा हो तो कोई काम नामुनकिन नही।