नीमच। सोमवार सुबह 11 बजे से मनासा थाने के बाहर आक्रोशित लोग एक युवक का शव रखकर प्रदर्शन कर रहे है। जानकारी के अनुसार मृतक का नाम बबलू पिता बालूराम बागरी निवासी पुलिस कॉलोनी के पास मनासा है। बबलू मंडी में हम्माली का काम करता है। करीब एक साल पहले एक लडकी लापता हो गई थी। पुलिस को शक है कि लडकी को भगाने वाला युवक बबलू का दोस्त है। बबलू ने बीती रात को जहर खाकर आत्महत्या कर ली। उसके परिजनों का आरोप है कि चार माह से लगातार मनासा पुलिस द्वारा उसे परेशान किया जा रहा था। पूर्व में भी थाने बुलाकर उसके साथ मारपीट की गई। कल रविवार को मनासा थाने में पदस्थ पुलिसकर्मी नरेंद्र नागदा, राजकुमार, चंद्रशेखर व एक अन्य पुलिसकर्मी उसके घर आए थे और उससे आधार कार्ड लेकर गए और बोले कि सोमवार को थाने आना है। पुलिस वालो की प्रताडना के कारण बबलू ने आत्महत्या की है। परिजन व अन्य लोग पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अडे हुए है।
मनासा—रामपुरा मार्ग पर चक्काजाम, प्रभारी मंत्री मुदार्बाद के नारे लगे— मृतक के परिजनों और अन्य लोगों ने मनासा थाने के बाहर मनासा रामपुरा मार्ग पर चक्काजाम शुरू कर दिया। सडक पर शव को रखा गया है। प्रभारी मंत्री उषा ठाकुर भी मनासा के दौरे पर है। चौकडी में कार्यक्रम है। प्रभारी मंत्री उषा ठाकुर मुर्दाबाद के नारे भी लगाए जा रहे है। इधर बडे अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और मामले में समझाइश दी जा रही है। कांग्रेस नेता चंद्रशेखर पालीवाल, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि आर सागर कच्छावा, पार्षद प्रतिनिधि दिनेश राठौर सहित कई कांग्रेस के नेता मृतक के परिजन के समर्थन में सडक पर उतरे है।