प्रतापगढ। प्रतापगढ जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, किसान गेहूं की फसल में खपतवार खत्म करने के लिए दवाई का छिडकाव कर रहा था, इससे उसकी मौत होने की खबर है। दवाई की टंकी के पास किसान अचेत अवस्था में पडा हुआ मिला, जिसे जिला अस्पताल लेकर आए, वहां पर उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक के बड़े भाई श्याम लाल ने रिपोर्ट देते हुए बताया उसका भाई मदनलाल (30) पुत्र रमेश चंद्र कीर घर से अपनी पत्नी कौशल्या देवी को खेती का कार्य करने के लिए कह कर निकला था। जब वह घर पर नहीं आया तो परिवार के सभी सदस्य उसको ढूंढने के लिए निकले। इस दौरान वह खेत की मेड पर दवाई छिड़काव की टंकी के पास अचेत अवस्था में मिला। इसके बाद उसे प्रतापगढ़ जिला अस्पताल लेकर आए। जहां चिकित्सकों ने मदनलाल को उदयपुर रेफर किया। हालत गंभीर होने के चलते मदनलाल ने रास्ते में ही अपना दम तोड़ दिया। सूचना के बाद हथूनिया थाना पुलिस जिला अस्पताल की मोर्चरी पहुंची। परिजनों से घटना की जानकारी लेने के बाद पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई।
हथूनिया थाना पुलिस के जांच अधिकारी कैलाश चंद्र ने जानकारी देते हुए बताया प्रथम दृष्टया मामला गेहूं की फसल में दवाई छिड़काव के दौरान तबीयत बिगड़ने से मौत होना सामने आ रहा है। फिलहाल पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है। घटना के प्रत्येक पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है।