नीमच,मंदसौर,चित्तोड,मंदसौर। मालवा—मेवाड में बीते दिनों चली शीतलहर से अफीम की फसल पर बुरा असर पडा है। अफीम के पत्ते पीले पड गए है। दो सप्ताह तक चली शीतलहर से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें है और सभी जगह अफीम काश्तकार मुआवजा देने व नारकोटिक्स विभाग से औसत में छूट देने की मांग कर रहे है। गिरदावरी के लिए सांसद सीपी जोशी, पूर्व यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी सहित जनप्रतिनिधि मुख्यमंत्री को पत्र लिख चुके हैं। कृषि विभाग ने सर्वे भी शुरू कर दिया है। लेकिन पहले के अटके हुए मुआवजों की तरह कब गिरदावरी की रिपोर्ट बनेगी और कब मुआवजा मिलेगा यह कहना फ़िलहाल मुश्किल है।
अन्य फसलों पर भी नुकसान—
गेहूं, चना, सरसों कोई भी फसल इस पाले और शीतलहर से नहीं बच सकी है। दूसरी तरफ सब्जियों में मटर, गोभी, टमाटर यह सभी इस पाले की चपेट में आए हैं। अफीम की फसल में तो ग्रोथ रुकने का संकट खड़ा हो गया है।